केंद्रीय जल और स्वच्छता मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस (एसआईपी) के तीसरे चरण के तहत 10 और प्रतिष्ठित दर्शनीय स्थानों को जोड़ा है. स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस का तीसरा चरण माणा गांव में शुरू किया गया जो उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर के नजदीक स्थित है.
मुख्य तथ्य
चरण III के तहत चयनित किए गए ये 10 नए स्थल चरण I और II के तहत पहले से ही चुने गए 20 अन्य प्रतिष्ठित स्थलों में शामिल हो गए हैं, जहां विशेष स्वच्छता कार्य पहले ही चल रहा है. ये 10 नए प्रतिष्ठित स्थल हैं : राघवेंद्र स्वामी मंदिर (आंध्र प्रदेश), हजरद्वारी पैलेस (पश्चिम बंगाल), ब्रह्मा सरोवर मंदिर (हरियाणा), विदुर कुट्टी (उत्तर प्रदेश), माणा गांव (उत्तराखंड), पांगोंग झील (जम्मू-कश्मीर), नागवासुकी मंदिर (यूपी), इमा कीथल बाजार (मणिपुर), सबरीमाला मंदिर (केरल) और कंवाश्रम (उत्तराखंड).
स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस (एसआईपी)
स्वच्छ आइकॉनिक प्लेस (एसआईपी) स्वच्छ भारत मिशन के तहत पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा 2016 में लॉन्च की गई एक पहल है. इसे प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण प्रतिष्ठित स्थानों और उनके आस पास के स्थानो को स्वच्छता के उच्च मानकों तक ले जाने के लिए परियोजना के रूप में शुरू किया गया था, ताकि सभी आगंतुकों को इससे लाभ हो और स्वच्छता का संदेश घरों तक पहुंचाया जा सके. एसआईपी का कार्यान्वयन पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के साथ तीन अन्य केंद्रीय मंत्रालयों के सहयोग से किया जाता है जो कि आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय है. इसके कार्यान्वयन में संबंधित राज्यों के स्थानीय प्रशासन सहित सार्वजनिक क्षेत्र और निजी कंपनियां भी अपनी भागीदारी निभाती है.